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| वो बादलों के मजमे को देखकर शोर मचाना , वो बादलों का गरजना बिजली का चमकना सावन की पहली बरसात में !! |
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| छोड़ के रन सूरज चला सागर की ओर चाँद नया राजा नभ का फिर बन गया!! |
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| इस बदलती हुई दुनिया का "खुदा" कोई नहीं सस्ते दामों में हर रोज़ 'खुदा' बिकता है!! |
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| आँख मिचौली कर ले सूरज बस दो और पल शाम का परदा गिरने को है |




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