Sunday, 10 June 2012

Colors of life towards the world around me

वो बादलों के मजमे को देखकर शोर मचाना ,  वो बादलों का गरजना बिजली का चमकना सावन की पहली बरसात में !!
छोड़ के रन सूरज चला सागर की ओर चाँद नया राजा नभ का फिर बन गया!!
इस बदलती हुई दुनिया का "खुदा" कोई नहीं सस्ते दामों में हर रोज़ 'खुदा' बिकता है!! 


आँख मिचौली कर ले सूरज बस दो और पल शाम का परदा गिरने को है 













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